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भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट नियमावली

हर पल एक कदम साथ है। 
भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट की स्थापना 25 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश में कार्यरत सभी राज्य कर्मचारी केंद्रीय कर्मचारी निगम कर्मचारी आदि के द्वारा सहयोग हेतु बनाई गई ट्रस्ट है। 
भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट से जुड़ने के लिए समस्त कर्मचारी गण स्वेच्छा से समस्त नियम  शर्तों से सहमति के बाद वेबसाइट, http://www.bhartsct.com/
के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट  से जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन व सदस्यता शुल्क  मांत्र  100 ₹ रुपया लिया जाता है
भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट किसी भी कर्मचारी को बाध्य करके भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट से नहीं जोड़ा जाता बल्कि कर्मचारी अपने स्वेच्छा से जुड़ते हैं।

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भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट नियमावली

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आर्थिक मदद

आकस्मिक मदद

दिवंगत की मदद

मुख्य नियम (सदस्यों हेतु)

Check Our मुख्य नियम (सदस्यों हेतु)

BSCT में प्रत्येक लोग के लिए है।

BSCT में प्रत्येक लोग के लिए है। और जो और जो विभिन्न प्रकार के अधिकारी हैं सबके लिए BSCT में जुड़ सकते हैं।

भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट से जुड़ने हेतु आवश्यक सूचना

भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट से जुड़ने हेतु आवश्यक सूचना संबंधी फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन किया जाना अनिवार्य है साथ ही एसटी का टेलीग्राम पर आधिकारिक ग्रुप बनाया गया है जिस पर समय-समय पर सहयोग या नियम या अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं प्रदान की जाती रहती है |

बहुत आवश्यक सूचना की जानकारी प्रदान करने हेतु बुक टेक्स्ट मैसेज सुविधा को प्रारंभ करने हेतु

बहुत आवश्यक सूचना की जानकारी प्रदान करने हेतु बुक टेक्स्ट मैसेज सुविधा को प्रारंभ करने हेतु ट्रे से अनुमति लेने का प्रयास किया जा रहा है।

कॉल व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी का आदान प्रदान किया जा सकता है।

सदस्यों की सुविधा हेतु जारी किया गया है,जिस पर कॉल व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी का आदान प्रदान किया जा सकता है। कोई भी सदस्य इस नंबर पर कॉल या मैसेज करके सूचना दे/ले सकता है।

हमारा संकल्प — मृत्यु के बाद आपके परिवार को आर्थिक सहारा देना।

बच्चों की परवरिश, शिक्षा, और परिवार की ज़िम्मेदारियाँ रुकनी नहीं चाहिए। आपकी अंतिम यात्रा के बाद भी, आपके अपनों का भविष्य सुरक्षित रहे। मृत्यु एक सत्य है, लेकिन उसके बाद परिवार की सुरक्षा भी एक ज़िम्मेदारी है। हमारा प्रयास है — जब आप न रहें, तब भी आपका परिवार अकेला न हो।

गंभीर बीमारी की स्थिति में लॉक इन पीरियड

गंभीर बीमारी की स्थिति में लॉक इन पीरियड 1 वर्ष एक अप्रैल 2025 से का होगा यदि किसी सदस्य द्वारा रजिस्ट्रेशन करते समय या बाद में किसी गंभीर बीमारी के हो जाने पर अपनी प्रोफाइल में दर्ज अपडेट नहीं करता है तो तथ्य गोपनीव की श्रेणी में मानते हुए उसका सहयोग किया जाना संभव नहीं होगा

भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

#भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

हमारा उद्देश्य: आपके न रहने पर भी आपके परिवार को सहारा और सुरक्षा देना।

हम सभी अपने परिवार के लिए जीते हैं, उनके लिए सपने देखते हैं। लेकिन जीवन का एक कटु सत्य है—हम हमेशा उनके साथ नहीं रह सकते। क्या आपने कभी सोचा है कि आपके बाद आपके परिवार का क्या होगा?...

भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

#भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

चलिए, एकजुट होकर समाज को और मजबूत बनाएं

जहाँ कोई बच्चा अनाथ होकर पढ़ाई से वंचित न हो, कोई परिवार बेसहारा न हो, और कोई मां-बाप चिंता में अपना जीवन न जिएँ।...

भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

#भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट

एक बीज आज बोइए, जो कल आपके अपनों को फल दे।

हर महान परिवर्तन की शुरुआत एक छोटे से कदम से होती है। आज जो आप सुरक्षा, सेवा और संवेदना का बीज बोएंगे, वही आने वाले समय में आपके परिवार के लिए छांवदार वृक्ष बनेगा। आपका आज का छोटा-सा योगदान, आपके न रहने पर भी आपके अपनों के जीवन में स्थिरता, शिक्षा और आत्मनिर्भरता लाने वाला साबित हो सकता है।...

Testimonials

हमारे सदस्यों के अनुभव

अनिष कुमार

संस्थापक एवं अध्यक्ष

"भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट ने मेरे दिल को छू लिया। यह सोचकर आत्मसंतोष होता है कि मेरे बाद भी मेरा परिवार अकेला नहीं रहेगा"

संजीव सवसेना

सह संस्थापक एवं कोषाध्यक्ष

"मैंने जब भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट के बारे में पहली बार सुना, तो समझ गया कि यही वह भरोसेमंद पहल है जिसकी हमारे समाज को ज़रूरत है। अब मैं निश्चिंत हूँ कि मेरे बाद भी मेरे बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहेगा।"

वीरबहादुर यादव

संगठन मंत्री

"मैंने जब भारत सेल्फ केयर ट्रस्ट के बारे में सुना, तो तुरंत जुड़ गया। आज मुझे लगता है कि मैंने अपने बच्चों के लिए एक मजबूत नींव रख दी है।"

राजेश कुमार प्रियदर्शी

वरिष्ठ उपाध्यक्ष

"यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है। मैंने ट्रस्ट से जुड़कर अपने परिवार के लिए एक मजबूत आधारशिला रखी है।"

विनय कुमार

उपाध्यक्ष

"जब मैंने इस पहल के बारे में सुना, तो एक पल की भी देरी नहीं की। आज मुझे गर्व है कि मैंने अपने बच्चों के लिए कुछ स्थायी कर दिखाया।"

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